पूर्णिमा के दिन श्री सत्यनारायण व्रत कथा और महाप्रसाद सेवा करने से सुख-समृद्धि, शांति और ईश्वर की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
पूर्णिमा पर श्री सत्यनारायण व्रत कथा करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस व्रत के साथ महाप्रसाद सेवा से परिवार में सुख-शांति, व्यवसाय में उन्नति और जीवन में समृद्धि आती है। कथा सुनने और प्रसाद ग्रहण करने से पापों का नाश होता है और ईश्वर की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
जीवन की सभी परेशानियाँ और संकट दूर होते हैं।
भक्तों का मनोबल और आत्मविश्वास बढ़ता है।
घर और व्यवसाय में सुख-समृद्धि आती है।
शारीरिक और मानसिक रोगों से मुक्ति मिलती है।
हनुमानजी की भक्ति और मन की शांति बढ़ती है।
भगवान विष्णु के पूजन हेतु फल, फूल, धूप, दीप, चावल, अक्षत, एवं पंचामृत सहित पूर्ण पूजा सामग्री।
पूजा उपरांत भक्तों को पंचामृत, फल, लड्डू एवं खीर का महाप्रसाद वितरित किया जाता है।