पूर्णिमा पर गंगा स्नान और गंगा आरती चढ़ावा करने से पापों का नाश होता है और ईश्वर की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और गंगा आरती चढ़ावा करना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है। गंगा स्नान से तन और मन की शुद्धि होती है, पापों का नाश होता है और आरती अर्पित करने से माँ गंगा प्रसन्न होकर भक्तों को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करती हैं। यह अनुष्ठान जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग खोलता है।
गंगा स्नान से पापों का नाश होता है।
शरीर और मन दोनों की शुद्धि होती है।
घर-परिवार में सुख और समृद्धि आती है।
माँ गंगा की आरती से आध्यात्मिक शक्ति और भक्ति मिलती है।
गंगा स्नान करने से रोग दूर होते हैं और स्वास्थ्य लाभ होता है।
पूर्णिमा के शुभ दिन गंगा स्नान से शरीर और आत्मा की पवित्रता प्राप्त होती है।
गंगा माँ को कमल, मोगरा और गेंदे के फूलों की माला अर्पित की जाती है।